
Happy Republic Day

ससुराल से मायका
रौनक थी जिनसे जिन्दगी में वो सब खो गई
शादी करके पिया जी तो मिले पर सहेलियाँ खो गई
जिम्मेदारियां बढ़ गई,नादान से समझदार हो गई,
बचपन की यादें, सखियों संग बातें , किशोरीपन की सारी चंचलता खो गई
नया घर, नए लोग नई दुनिया मिल गई
माँ का प्यार, पिता का दुलार, भाई की शरारते खो गई
घर गृहस्थी में जिन्दगी सुबह से शाम व्यस्त हो गई
वो हर बात पे रूठना वो बेवजह की चिल्लाहट खो गई
जीन्स में रहने वाली साड़ी पहनना सीख गई
वो चंचल सी शोखी घूंघट में कहीं खो गई
सपनो का राजकुमार, रोमांटिक राते तो मिल गई
वो बाबुल का आँगन,बेफिक्री की नींद खो गई
सब्जी भाजी का भाव करना,पैसे बचाकर घर चलना सीख गई
बेवजह के ख़र्चे, बेवजह की शॉपिंग करने वाली खो गईं
एक घर से पराई हुई और एक की अपनी हो गई
“निलेश” चीज़ें और भी बहुत मिली और बहुत सी खो गई ..!
तेरी पाकीज़ा निगाहों में, फुतूर आ जाएगा.
आइना मत देख, तुझ में भी ग़ुरूर आ जाएगा…!!!!
कुछ दोस्त मेरे, मुझे बोलते हैं , ओ तुम्हें भुल गयी । तुम भी उसे भुल जाओ ।
But
मेरा दिल अभी तक मानने को Ready ही नहीं होता ।
होगा भी कैसे ओ ये जानता है , की ओ तुमपे विस्वास करती है , तब ही तो अभी तक तुम्हें Call नहीं की ओ भी ये जानते हुए कि मुझे गुस्सा आने पर , और बहुत बात जो मै नहीं लिख सकता ।
खैर मैं ये तो जानता था ।
But [ आज मेरा Favorite Friend ( मेरा जान ओ जिगर ) ऐसा कोई दिन नहीं होता जब मैं इससे लरता नहीं , पर एसा भी दिन नहीं होता जब मैं उससे बात किये बिना रह पाऊ । ]
💓 Friend Name – Vinay 💓
पर इसने मुझसे कहा Nilesh Kumar ओ तुम्हें भुल नहीं सकती । और पहले की तरह आज भी तुमपे उतना ही विस्वास करती है , जितना पहले करती थी ।
क्योंकि ,, छोडिये वो बातो को ।
Ek Shayri Suniye.
( Kar Aitbar tu uspe aisa Nilesh kabhi Galti se Hi mil jaye O kahi..
To Use ye n kahana pre.. yaar tum badal gye ho. )
#Nilesh.
गली-ए-यार से गुजरे जो एक रोज़ हम यूँ ही,
तो उनकी खिड़की पर कोई नज़रें गढ़ाए बैठा था,
गुज़र ही चुका था आखिर दौर-ए-मलकियत अपना तो,
अब कोई और था जो खुद को उनका महबूब कहता था।
-Nilesh
1.Kisi Se Rooth Kar Darwaza Bhale
Band Kar Lijiye
Par Ek Khidki Jarur Khuli Rakhiye
Gunjaish Ki Ummidon Ki…!!
2.Nahi Chhodi Kami Maine Kisi Bhi
Rishte Ko Nibhane Me
Aane Wale Ko Dil Ka Rasta Bhi Diya
Jaane Wale Ko Khuda Ka Wasta Bhi Diya…!!
3.Khatam Kar Di Thi Zindagi Ki Har
Khusiyan Tum Par
Kabhi Fursat Mile To Sochna Ki
Mohabbat Kis Ne Ki Thi…!
4.Tumhare Ghar Ka Pata Nahi Hai,
To Poochne Me Jhijhak Rahi Hai,
Wo Ek Kamjor Dil Ki Ladki,
Sadak Pe Tanha Bhatak Rahi Hai.
5.Ye Na Samjho Ki Daleele Kam Thi Meri Begunahi Ki,
Mohabbat Katghere Me Thi To Chup Rehna Munasib Tha.
#Nilesh
1.जब समय खराब चल रहा हो ना
तब गूंगे भी बोलने लगते है…
2.आजकल हर कोई अपना बनता है पर सिर्फ बातों से…
3.किसी को इतना भी दुख ना दे
की वो भगवान के सामने
आपका नाम लेते हुए
रोने लगे.
4.अच्छे दिन तो तब आयेँगे जब लोग…
मिठाई खिलाते हुए कहेँगे हमारे घर बेटी हुई है..!!
🙏🙏🙏
5.“जो होता है अच्छे के लिए होता है”
ये लाइन मजह एक आध्यात्मिक बात ही है।
6.रिश्तों की खूबसूरती एक दूसरे की बात बर्दाश्त करने में है
खुद जैसा इंसान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे●
7.मेरी ना सही मेरी सलिखे को तो दाद दे …
तेरा ही जिक्र करता हु बगैर तेरे नाम का..❣
8.दुआएँ जमा करने में लग जाओ साहब…
खबर पक्की है
“दौलत और शोहरत” साथ नहीं जायेंगे…
9.किसी की पसंद बनना जरूरी तो नही..
पर किसी को पसंद करना ये आपके दिल पर है..
10.देखा करो कभी अपनी माँ की आँखों में,
ये वो आईना है जिसमें बच्चे कभी बूढ़े नहीं होते…! !
#Aman
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था जब तुझसे बेइंतिहा प्यार करता था ,
अब तू खुद मोहब्बत बनी चली आए तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता !
अरे एक वक्त था जब तेरी परवाह करता था ,
अब तो तू मेरी खातिर फना भी हो जाये तो मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता
एक वक्त था जब तुझे हजारो Messages लिखा करता था
और कोई काम न था मेरा ,
और कोई काम न था मेरा , दिनभर बस तेरा Last Seen देखा करता था |
अब सुन ले ,
अब सुन ले , अरसा बीत गया है Visit किये हुए तेरी Profile को ,
जा , जा अब 24 घंटे Online रह जा मुझे फ़र्क नहीं पड़ता |
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था , जब तुझसे बिछड़ जाने का डर लगा रहता था ,
और तू कहीं छोड़ न दे , इस ख्याल भर से मै सहमा सहमा सा रहता था |
लेकिन अब सुन ले , अब सुन ले
इतना जलील हुआ हूँ तेरे इश्क में
इतना जलील हुआ हूँ तेरी इन रोज रोज छोड़ने छाड़ने की आदत से ,
कि तू अब 1 क्या , सौ दफा छोड़ जाये तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था , जब तुझ बिन एक पल न रह सकता था
एक वक्त था , जब तुझ बिन एक पल न रह सकता था
बैचेन गुमशुदा था , अकेलेपन से डरता था |
बैचेन गुमशुदा था , अकेलेपन से डरता था |
लेकिन अब सुन ले कि अब तो इतना वक्त बिता चूका हूँ ,
इस अकेलेपन में ,
अरे अब तो इतना वक्त बिता चूका हूँ , इस अकेलेपन में ,
कि सुन ले, कि अब ताउम्र तनहा रहना पड़ जाये तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था जब तुझे कोई छु लेता , तो मेरा खून खौल उठता था |
और इसलिए मै कई दफा इन हवाओ से बैर पाला करता था |
अरे अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,
अंग्रेजी में एक कहावत है –
If beauty is all You have
Then Ugly is all You are .
अगर आपके पास सिर्फ और सिर्फ उपर की ख़ूबसूरती है ,
और आपके अंदर कुछ भी नहीं है , तो आप भद्दे ही हो |
तो अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,
तो जा, जा किसी के साथ हमबिस्तर भी हो जा तो ,
मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
तो अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,
तो जा, जा किसी के साथ हमबिस्तर भी हो जा तो ,
मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |
इतना गुरुर किया तूने अपने इस मिट्टी के जिस्म पर ,
जा तेरा ये जिस्म किसी और का भी हो जाये तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था जब तेरे लिए खुदा से मन्नते मागंता था ,
मुझे तो खुद तो कुछ चाहिए न था , सिर्फ तेरे लिए अपने उस खुदा को आजमाता था |
लेकिन अब सुन ले , अब तो मै न झुकता हूँ , न पूजता हूँ , न मानता हूँ किसी को ,
अब तो भले तो तू खुद खुदा बनी चली आये तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था जब शेर लिखा करता था तेरे लिए , और सुनाता था महफ़िलो में
अरे अब तो अरसे बाद लिखी है ये अधूरी सी कविता तुझ पे
तुझ पे लिखी है इसलिए अधूरी बोल रहा हूँ ………………
अरे अब तो अरसे बाद लिखी है ये अधूरी सी कविता तुझ पे
अब सुन ले कि अब आगे से कुछ भी न लिखा जाये तो
मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता !
एक वक्त था ……………………….
अब सुन ले कि अब आगे से कुछ भी न लिखा जाये तो
मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता !
बताना तुझे मिल जाए मुझ जैसा कहीं और अगर ,
जा जा तू औरों को आजमा ले तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
एक वक्त था जब तुझे हजारों की भीड़ में पहचान लिया करता था ,
हिजाब में होती अगर , तो आँखों से पहचान लिया करता था ,
अब तो निगाहों से ओझल किया है मैंने तुझे कुछ इस कदर ,
मोबाइल में अगर तू मेरी आवाज भी सुन रही होगी , तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
खैर फिर भी करता हूँ शुक्रिया तेरा कि ,
तेरे खोने से मैंने बहुत कुछ पा लिया है !
नज्मे , गजले , शायरियां सब मिल गयी है मुझे ,
और इन्होने तो जैसे मुझे गले से लगा लिया है !
अब तो मुझे सुनने वाले भी है ,चाहने वाले भी है , दाद देने वाले भी हैं ,
अब तो विडियो का Notification न जाये फिर भी चैनल Search करके देखने वाले भी हैं………
अब तो मुझे सुनने वाले भी है ,चाहने वाले भी है , दाद देने वाले भी हैं ,
लेकिन सुन ले अब तो इतना बैखोफ हो गया हूँ , कि ये सब भी छोड़ जाये तो
मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
अब तो इतना बैखोफ हो गया हूँ , कि ये सब भी छोड़ जाये तो
मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!
अरे खुद ही मै मस्त हो गया है तेरा ये “जय” इतना
कि अब सुनने आये या न आये फ़र्क नहीं पड़ता !!
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
खैर चाहता तो नहीं था , तुझे ये बेनकाब करू यूँ सबके सामने !
लेकिन सुन ले कि एक बेवफा मेरी कलम से बेइज्जत भी हो जाये तो
मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
याद कर वो वक्त ,
याद कर वो वक्त , जब एक लफ्ज नहीं सुन पाता था मै तेरे खिलाफ
अब देख , देख यहाँ तेरी तौहीन पर , तौहीन पर तालियाँ बज रही हैं
तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha
1.तुमको समझाता हूँ इसलिए ए दोस्त
क्योंकि सबको ही आज़मा चुका हूँ मैं
कहीं तुमको भी पछताना ना पड़े यहाँ
कई हसीनों से धोखा खा चुका हूँ मैं।
2.हमको खबर भी होने नही दी
किस मोड़ पर लाकर दिल तुने तोड़ा
अपना बनाना रहा दूर तुने
औरो के हो जाए ,ऐसा ना छोड़ा.
3.Dil Tadapta Rha or Wo Jane Lage,
Sang Guzre Lamhe Yaad Aane Lage,
Khamosh Nazro Se Dekha Jo Usne Mud Kr,
Toh Bhigi Palko Se Hum Bhi Muskurane Lage.
4.Teri Yaado Me Roj Rota Hu Subha Hoti Hai
Tab Me Sota Hu Ab Mughe Din Ki Khabar Hai
Na Raat Ki AeBewafa Teri YaaDo Me
Is Tarha Khota Hu…!
5.मोहब्बत का कोई एहसास अब सच्चा नही लगता.
में उसको भूल जाऊंगा मुझे ऐसा नही लगता.
मुझे उससे मोहब्बत तो नही है फिर भी जाने क्यों.
उसे देखू किसी के साथ तो अच्छा नही लगता.
6.दर्द से हम अब खेलना सीख गए;
बेवफाई के साथ अब हम जीना सीख गए;
क्या बतायें किस कदर दिल टूटा है हमारा;
मौत से पहले हम कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गए।
7.नजर नजर से मिलेगी तो सर झुका लेगा,
वह बेवफा है मेरा इम्तिहान क्या लेगा,
उसे चिराग जलाने को मत कह देना,
वह नासमझ है कहीं उंगलियां जला लेगा।
8.बेवज़ह बिछड तो गये हो….
बस इतना बता दो…
कि.. सुकून मिला या नहीं…??
9.Usne Mujse Kaha K Mujhe Bhool Jao,
Maine Tume Dil Se Nikal Diya Hai,
Bas… Sukoon Sa Mil Gaya Ye Sunkar,
Ki Kabhi To Uss Ke Dil Me The Hum.
10.Woh Bhi Din Tha Ek Pal Na Guzarta Tha Unka
Hamare Siwa.
Yeh Bhi Din Hai Ek Pal Nahi Milta Unhe Hamare
Liye…
कुछ लोगो की सोच को बदल पाना मुश्किल है..
उन्हें लगता है वो जो सोचते है वही सही होता है..!!