हर हर महादेव 🙏
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फूल
मेरी प्यारी भांजी
My dear niece
तेरा प्यार ( Yu badal jana )
ये कहानी मैने 2 साल पहले लिखी थी , असल में ये कोई कहानी नहीं है . ये कुछ यादे है . जो एक खास दिन मेरे साथ घटी थी . जब मैं किसी के साथ प्यार में था . जब उसने मेरे लिए पहली बार करवा चौथ का व्रत रखा था . मुझे याद है मैने ये लाइन उसके याद में लिखी थी . ताकी उस दिन को मैं हमेशा अपने साथ रख सकु. ये यादे मेरे लिए बहुत खास है , और शायद ही मैं इन्हे कभी भुल पाऊ . ये कोई कबिता , शायरी , या न्जम नहीं है . शायद ये लोगो को कोई जोक लगे . पर ये लाइन मेरे दिल को बहुत आजीज है. मैं जब भी इनको पड़ता हु , एक अलग ही अहसाश होता है . मुझे ऐसा lgta है. जैसे फिर से सब मेरे सामने हो रहा है. और मैं चुप चाप बैठा देख रहा हु. इनको पढते वक्त मेरे आँखो में आसु और चहरे pr मुस्कां अा जाती है. ये अजीब सी फीलिंग है. जो मैं शब्दों में बायां नहीं कर सकता . पर अब मैं इन्हे आप सबको बातना चाहता हु. ताकी मेरी ज़िन्दगी का आखरी वक्त हो मरने से पहले एक बार किसी से पढवा कर , सून कर उस दिन को एक बार फिर से जीना चाहता हु..
कहानी .
बात ज्यादा पुरानी नहीं है.. साल – 2015 , Date – 30 October , दिन – Friday . ( करवा चौथ का दिन )
कल करवा चौथ की रात थी. कल मेरी जान ने मेरी लम्बी उम्र की दुआ के लिए कठिन करवा चौथ का व्रत उठाया था . ये सून कर मेरा दिल ख़ुशी से भर आया था. आज मैने उससे कहा मेरी जान मेरी लम्बी उम्र तेरी सेहत से ज्यादा ज़रूरी नहीं है . तो उसने कहा ज्यादा बकवास मत कर , कल का दिन भुखे प्यासे बड़ी मुश्किल से बिताया था . कल रात उसने मुझसे कहा जानु व्रत खोलने का कोई तारिका तो bta दो . मैने kha मैं क्या करू मेरी जान तू रहती इतनी दूर है. मैं कैसे अौ तेरे पास तू ही समझा दे. उसने मुझसे kha जानु मैं तुम्हे बिना देखे व्रत नहीं खोल सकती , ये रीवाज है इस व्रत का .. तुम समझो मेरी मजबूरी को , मैं इससे पाक रिवाज को नहीं तोर सकती . मैने कहा खाना कहा लो मेरी जान, मेरा भी भुख से bura हाल है , मैने भी तेरे लिए पूरे दिन से भुखा प्यासा हु .
आज खेलने गया था मैं Cricket मैच , भुख के मारे मेरे हाथ भी नहीं उठ रहा था. बस कुछ ही बौल मारी थी. किसी तरह दोस्तों से बहुत तेज सर दर्द का बहाना बना कर घर आया था. मैने तेरे लिए व्रत रखा है, ये शर्म के मारे उन्हे bta भी नहीं सकता था.
मैने कहा तु चिंता न कर मेरी जान , मैं अभी Latest Photo Facebook पे Upload करता हु. उसे देख कर अपना व्रत खोल ले. मैं तुमसे तहे दिल से फरियाद करता हु..
उसने कहा ठीक है. जल्दी कर मैं Photo Upload होने का इंतेजार कर रही हु. तब तक सून लो मेरे जानु मैं तुमसे बहुत प्यार करती हु. अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती हु..
मैने photo upload कर दी. उसने फोटो देख कर अपना व्रत खोल लिया , व्रत खोलने की खबर सून कर मैने नहीं एक ग्लास पानी पी लिया .
उसने मुझसे कहा , कहा निकल लिए ज़नाब कोई Gift तो दिया ही नहीं. मैने कहा जान मैं तुम्हे फुल ही दे सकता हु. इस समय मेरे पास पैसे की बहुत कमी है. मैने कहा मेरे साथ आपके ज़िन्दगी में अंधेरे ही अंधेरे है. जबकी तुम्हारे पास पेहले से ही रोशनी है.. उसने मुझसे कहा जानु ये फुल नहीं हमारे मोहब्बत की चिराग है . और रहा सवाल पैसे का तो तेरा साथ hi मेरे लिए काफी है. अब और कुछ मत कहना . बस तु मेरे हो..
मैने कहा कसम खाता हु मैं आज अपने मोहब्बत की मैं तेरे काबिल खुद को बनाऊंगा .
I Love You .. Meri Jaan..
ये कहानी थी 2015 की .. वक्त के साथ बहुत कुछ बदले ज़िनहे न बादलना चाहिए ओ भी बदले , क्यु बदले पता नहीं .
फिर एक Time आया 22 February – 2016 din – Monday .
और फिर ओ प्यारी बाते सिर्फ बाते रह गई . इस दिन के बाद मेरी जान का मैं जानु अब जानु न रहा . इस दिन क्या हुआ ओ तो मैं नहीं बता सकता .. बस इतना कहूँगा मेरी जान ने इस दिन ही मुझे आखरी प्यार भरा Call किया था . कुछ बाते हुई थी.. उनके साथ जो हमे ओ बाताना नहीं चाहती थी…
और फिर आखरी शब्द ,
I Love You. Jaanu.
मैं तुमसे हमेशा प्यार करती हु. और करती रहुंगी चाहे मैं jha भी रहु .
और मैं चुप चाप शुनता रहा. . मैं उन्हे ठीक से I Love You To Jaan भी न बोल पाया ..
और बस यही है..
Ek Year Bad Dekha Tha Unko ( Hindi Shayri )
1 year bad kal dekha tha unko sayad.
Khuda ki inayat thi.
Or To or ( pahli bar aisa hua tha ki o mere pass se Gujar gai. Or mujhe pta tak nhi chala. Phir mere ek dost ne mujhe bataya ki O yaha se abhi gai hai. )
Sayad unhone mujhe dekha hoga.. ya nhi ye confirm nhi hu.
Kyoki mai tej raftar se ja raha tha.. phir maine bike ghumaya , or back gya. Ab jo hua O suniye ,
Pta nhi kyu O bhi thore dur aage Jakar lout gai. O mujhe dekh kar lauti ya kuchh or wjh se pta nhi.
But unka Lout ke aana mujhe tirchhi Nazar se dekhna.. or mera unse nazar milana..
Meri Eid to usi wakt ho gai..
Kya Lg rhi thi. O
Jaise ki.
तुम्हारी खूबसूरती की दिन रात तारीफ करता हूँ में….
तुम्हारी तस्वीर लेकर यूँ ही हमेशा देखा करता हूँ में..
क्या करू में..इतनी खूबसूरत जो हो तुम…
जन्नत से आई कोई परी हो तुम…!!!
तुम्हारी ये नशीली आँखें…और उनमे वो गहरे काजल..
उन्हे और भी खूबसूरत बनाती है..
उनमे और भी नशा जगाती है..!!
तुम्हारी ये प्यारे होंठ…और उनमे वो गुलाबी रंग….
छूने को मन करता है..
उनसे बातें करने को दिल करता है..
तुम्हारी ये घने घने ज़ूलफे…और उनमे वो रेशम सा रंग…
उनमे खो जाने को दिल करता है….उसमे सिमट जाने को दिल करता है..!!!
इतनी खूबसूरत हो तुम….औरो से बिल्कुल अलग हो तुम….आँखों की जन्नत हो तुम…
जन्नत से आई कोई पारी हो तुम..
Bahut yaad aata hai , o garmi ki shame. ( Hindi Shayari)
Bahut yaad aata hai , o garmi ki shame.
Tera o Apne Chhat pe Aake baithna Or mera kahi dur se per ke pichhe se tujhe chhup kar dekhna.
Bahut Yaad aata hai .
Ab to bahut Din ho gye , tere ghar ke trf gye huye -2
Or kya Batau Sanam Ab to khuda bhi chahta hai ki mai tujhe n dekhu…..
Kyonki
Mujhe chhod mere , mere sab Dost ko dikhti ho tum.
Jab se Suna hai , maine tum Yaha Aai hui ho,tab se Sachi……..
(idhar thora Busy to rhta hu ) par phir bhi Har Sham tere ghar ke aage wale Chowk pe tera intezar karta hu. { sayad hi kahi Dikh jao )
Khair Chhodo.
Ab to Shayad tum mujhe bhul hi gai hogi.
Par Mai aaj bhi tujhe bahut yaad karta hu..
Miss You… Jaan 😍😘😫
Ye sab Chhodiye Aap suniye ek Shayri.
लोग जिसे शायरी या मजाक समझ रहे हैं…??
मेरे हर लफ़्ज में…..मेरी इक कहानी है…!!
My Love And My Friend ( Hindi Story )
कुछ दोस्त मेरे, मुझे बोलते हैं , ओ तुम्हें भुल गयी । तुम भी उसे भुल जाओ ।
But
मेरा दिल अभी तक मानने को Ready ही नहीं होता ।
होगा भी कैसे ओ ये जानता है , की ओ तुमपे विस्वास करती है , तब ही तो अभी तक तुम्हें Call नहीं की ओ भी ये जानते हुए कि मुझे गुस्सा आने पर , और बहुत बात जो मै नहीं लिख सकता ।
खैर मैं ये तो जानता था ।
But [ आज मेरा Favorite Friend ( मेरा जान ओ जिगर ) ऐसा कोई दिन नहीं होता जब मैं इससे लरता नहीं , पर एसा भी दिन नहीं होता जब मैं उससे बात किये बिना रह पाऊ । ]
💓 Friend Name – Vinay 💓
पर इसने मुझसे कहा Nilesh Kumar ओ तुम्हें भुल नहीं सकती । और पहले की तरह आज भी तुमपे उतना ही विस्वास करती है , जितना पहले करती थी ।
क्योंकि ,, छोडिये वो बातो को ।
Ek Shayri Suniye.
( Kar Aitbar tu uspe aisa Nilesh kabhi Galti se Hi mil jaye O kahi..
To Use ye n kahana pre.. yaar tum badal gye ho. )
#Nilesh.
Toh Pata Chale Jai Ojha Lyrics In Hindi : Poetry
चले ।
#Nilesh
Toh Pata Chale Jai Ojha Lyrics In Hindi : Poetry
Toh Pata Chale Jai Ojha Lyrics In Hindi : Poetry
जो कभी तुम मोहब्बत करो तो पता चले
सिद्दत से किसी को चाहो तो पता चले
यूं इश्क तो किया होगा तुमने भी कई दफा,
लेकिन कभी टूट के चाहो और बिखर जाओ
तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
क्या याद है तुमको हमारी मोहब्बत का वो जमाना,
वो सर्द रातों में रजाई मे घुसकर मेरा तुमसे घन्टों बतियाना,
अरे कितने झूटे थे तुम्हारे वो वादे तुम्हारे वो Messages,
जो वो Chat पढ़ के दुबारा आके मुझसे नजरे मिला सको तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
जो वो जो वो Chat पढ़ के दुबारा आके मुझसे नजरे मिला सको
तो पता चले,
और जो Love you forever लिख दिया करती थी तुम हमेशा आखिर में,
तो कभी फुर्सत में आकर उस Forever शब्द के मायने मुझे समझा जाओ तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
खैर अब तो मेरे Call-logs मे भी कहाँ नजर आती हो तुम,
अब तो मेरे Call-logs मे भी कहाँ नजर आती हो तुम,
वो सुबह चार बजे तक चलने वाला फसाना शायद रकीब को ही सुनाती हो तुम, और बाते तो वो भी करता होगा बेहिसाब तुमसे,
लेकिन कभी सर्द रात में फोन चार्ज में लगा के खड़े-खड़े तुमसे बतिया सके तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
और जो कभी तलब हो तलाश हो मेरी तरह उसे भी तुम्हारी अगर,
तो ब्लाक हो के Facebook पे बार-बार तुम्हारा नाम डाल के Search करता रहे तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
खैर मैं जानता हूं वो भी नहीं देख पाता होगा तुम्हें जख्मी होते हुए,
अरे आखिर कोई कैसे देख ले तुम्हारे कोमल बदन पर चोट लगते हुए,
अरे यूं मरहम तो वो भी बना होगा तुम्हारे घावों पे,
अरे यूं मरहम तो वो भी बना होगा तुम्हारे घावों पे,
लेकिन कभी तुम्हारी अंगुली कट जाने पर अपनी जीभ तले दबा सके
तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
लेकिन कभी तुम्हारी अंगुली कट जाने पर अपनी जीभ तले दबा सके,
तो पता चले,
और जिन्दगी तो उसने भी माना होगा तुम्हें,
लेकिन कभी खुदा मानके इबादत कर सके तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
खैर अब तो जाती हो तुम उसके संग दो जहानों में,
घूमती हो उसका हाथ थामे शहर-शहर ठिकानों में,
लेकिन है हिम्मत तुम में अगर तो जहां किया था मुझसे ताउम्र साथ निभाने का वादा,
कभी उस विराने हो आओ तो पता चले,
हमारी मोहब्बत को गुमनाम तो कर दिया है तुमने हर जगह से,
लेकिन वो दरक्त जहाँ पे गुदा है नाम मेरा और तुम्हारा,
जाओ और उसे बेनाम कर आओ तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
खैर अब तो उसके संग कई राते भी बिताई होगी तुमने,
सिरहाने उसके बैठ कर वो कहानियाँ भी सुनाई होगी तुमने,
सिरहाने उसके बैठ कर वो कहानियाँ भी सुनाई होगी तुमने,
सुबह की चाय भी जो पीती हो उसके साथ अक्सर,
और बची हो हलक में थोड़ी सी भी वफा अगर,
सुबह की चाय भी जो पीती हो उसके साथ अक्सर,
और बची हो हलक में थोड़ी सी भी वफा अगर,
तो वो जो मेरे मुँह लगी काफी जो मेरे साथ बैठकर पिया करती थी,
उस काफी का एक घूंट भी अपने गले से उतारकर दिखा सको
तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
उस मेरी मुंह लगी काफी का एक घूंट भी अपने गले से उतारकर दिखा सको तो पता चले,
और जो कभी तुम जानना चाहो कि गमे तनहाई क्या है,
और जो कभी तुम जानना चाहो कि गमे तनहाई क्या है,
तो उस Cafe में जैसे मै जाता हूं अकेले जाके एक शाम बिता आओं तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
खैर, तुम्हें तो शायद लगता होगा कि बर्बाद हो गया हूं मैं,
लेकिन नहीं इस गम में रहकर हर गम से आजाद हो गया हूं मैं,
अरे कितना चैन और सुकून हैं उस नींद में,
कितना चैन और सुकून हैं उस नींद में,
जो वो तकिया आंसुओं से गीला करके फिर पलट के उस पे सो सको,
तो पता चले,
जो वो तकिया आंसुओं से गीला करके फिर पलट के उस पे सो सको,
तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
अरे बड़ा मुश्किल है जमाने से अपना गम छुपाना,
बड़ा मुश्किल है जमाने से अपना गम छुपाना,
जो सुबह उठकर एक झूठी मुस्कान लिए काम पर निकल सको तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
खैर यूं तो तुमने भी जता दिया कि तुम्हें दर्द नहीं होता,
यूं तो तुमने भी जता दिया कि तुम्हें दर्द नहीं होता,
और मैं भी हूं बेफिक्र इतना कि मुझे भी फर्क नहीं पड़ता,
मैं भी हूं बेफिक्र इतना कि मुझे भी फर्क नहीं पड़ता,
अरे कोई अफसोस नहीं है मुझे तुम्हारे जाने का अब,
कोई अफसोस नहीं है मुझे तुम्हारे जाने का अब,
अरे तुम जाओं यार देर से ही सही कभी तुम्हें मेरी अहमियत तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
Jo Kabhi Mohabbat Karo To Pata Chale
अरे तुम जाओं यार देर से ही सही कभी तुम्हें मेरी अहमियत तो पता चले,
लेकिन याद रखना बस इतना कि बहुत आसान है रिश्ते तोड़ देना,
किसी को छोड़ देना,
जो ताउम्र किसी एक के होके निभा सको तो पता चले,
जो कभी मोहब्बत करो तो पता चले।
अब कोई और था जो खुद को उनका महबूब कहता था. Hindi shayari
गली-ए-यार से गुजरे जो एक रोज़ हम यूँ ही,
तो उनकी खिड़की पर कोई नज़रें गढ़ाए बैठा था,
गुज़र ही चुका था आखिर दौर-ए-मलकियत अपना तो,
अब कोई और था जो खुद को उनका महबूब कहता था।
-Nilesh