कई बार वो पुकारती है मुझे “सुनो..” और मेरे प्रत्युत्तर “हाँ..” के बाद चुप हो जाती है
उसे कुछ पूछना नहीं होता दरअसल वो तसल्ली करती है कि मैं उसके आस-पास हूँ ।✍️….Nilesh । #Dedicated
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Tum

तुम’ मेरे जीवन में घटित
मेरी सबसे पसंदीदा
और खूबसूरत घटना हों?
Nilesh
Dedicated
खुद को मेरा सुकून समझना ।
मैं जीवन लिखूं तो तुम
अपना साथ समझना,
मै सुकून लिखूं तो तुम
अपने हाथों मे मेरा हाथ समझना,
मैं रात लिखूं तो तुम्ही हो
मेरा हर ख्वाब समझना,
मैं मोहब्बत लिखूं तो
तुम मेरे दिल पर अपना राज समझना ।
और जब मैं तुम्हे अपना सब कुछ लिखूं
तुम खुद को मेरा सुकून समझना ।।
#Nilesh
मैंने तुम्हारा हर आयाम देखा है ।

शिशु की भांति मेरी ओर दुपकते हुए भी और
वयस्क की भांति मुझे आश्रय देते हुए भी
हर्ष में खिलखिलाते हुए भी और
दुःख में अश्रु बहाते हुए भी
मेरा बच्चो सा व्यहवार करने पर
तुम्हारा मुझे सयानो सा लाड करते हुए भी और
खुद बच्चा बन कर मेरे से लाड पाने की अभिलाषा लिए हुए भी
कभी तुम मुझे संभाल लेते हो कभी मैं तुम्हे
कभी तुम बड़े बन जाते हो कभी मैं बड़ा बन जाता हूं ।
✍️…Nilesh.
कोई आए मुझे सँभाले प्यार में । एक गज़ल
वो मेरा नाम भूल जाए प्यार में
अजी सुनते हो यूँ पुकारे प्यार में
करे इस्लाह वो हमारी हर ग़ज़ल
किचन में सब्ज़ी हम बघारे प्यार में
जब उसने मुझको यूँ कहा पागल हो क्या?
मुझे कहना था हाँ तुम्हारे प्यार में
ज़रूरत क्या मुझे फिर उस काजल की जब
नज़र से वो नज़र उतारे प्यार में
कोई और हो या न हो पर होंगे गवाह
हमेशा चाँद और सितारे प्यार में
बनाए वो तो मुझको अच्छे लगते हैं
सभी पकवान अलूणे-खारे* प्यार में
मैं हो न जाऊँ सच में ही पागल कहीं
कोई आए मुझे सँभाले प्यार में ।
तुम्हें लिखना ।
