तुमने भी दिल तोड़ ही दिया ।

तुम्हें किसी ने मुबारक दी या नहीं?
तुमने भी वो कर दिया ना जो शायद सबने किया,
तुमसे मना की थी मैंने?
फिर भी तुम वो ही कर दिया
तुमने भी मुझे तोड़ दिया,
मेरा दिल तोड़ दीया,
वो दिल जो शायद सिर्फ़ तेरे लिए धड़कने लगा था,
खैर अब शिकायत क्या ही करू,
टूटा तो था ही थोड़ा और तोड़ दिया,
मेरा दिल जब पहली बार टूटा था ना, तो दर्द हुआ था,
आंसु बहाए थे मैने
पर इस बार न आंखें नम नहीं हुई,
दर्द नहीं हुआ।
शायद आदत हो गई है?
निभाने की और फिर तो जाने की, पर तुम्हें तो बताया था मैंने, तुम अंजान थोड़ी हो इस बात से?
वो कहते हैं ना किसी चीज़ को पूरी सिद्दत से चाहो,
पूरी कायनात उससे तुमसे मिलवाती है?
याकीन मानो झूठी है ये सारी बातें,
तुम किसी को पूरी सिद्दत से चाहकर देखो,
हर मरतबा तुम बस टूटोगे ही,
सुख शायद ही मिले, क्यूकी सिद्दत की कदर यहां किसी को नहीं।
कुछ थोड़ी बहुत हसी कुछ ऐसी बातें,
और मैं हसने खिलखाने लगा था,
पर फिर वही हुआ और मैं घबराने लगा था,
तुम दूर जा रही थी या शायद पास कभी थी ही नहीं,
लोग कहते हैं मोहब्बत सुकून है,
पर पुछो उनसे जिन्के टूटे हैं दिल,
मोहब्बत दर्द है जिस्का कोई घाव दिखता नहीं बस दर्द होता है।
पीर की मजार और किसी मंदिर की आरती सा पाक तो था मैं?
फ़िर क्यू मुझे रुलाया? सुन तू ही बता तू साथ क्यों ना निभाया।
खैर टूटे पहली दफा नहीं जो सम्भल नहीं पायेंगे,
अभी और गिरे नहीं हम, की दुबारा उठ नहीं पायेंगे।
की हिसाब – किताब से करेंगे इश्क अब हम, कहीं मेरा हिसा ज्यादा न हो जाए, अब नहीं टूटने देंगे खुद को ना मेरे दिल को, क्यूकी एक बार टूटी हुई चीज शायद जुड भी जाएंगे।
पर फिर टूटी चीज जरूरी जाति है,
वो मज़बूत नहीं होती। हां तो अब जब हाथ थामना हो तभी बताना, सुन्नो मैं पहले से ही बहुत टूटा हूं, फिर एक दफा तोडने मत आना।
यू कुछ ये कहुंगा मैं
की टूटे हम है कलाम मैं जान बाकी है, लोग अब भी हमसे प्यार करे, इतना अभिमान में मुझे अभी बाकी है।
Tanmay

Iss kavita ( shayri ) ke rachayita Tanmay Ji hai .. Inki or bhi bahut khubsurat rachana hai, unme se hi ek ko maine unke kahane pe apne website pe likha hai . Aapka sukriya .❤️