हम जिनके करीब होते हैं,उनके सुख-दुःख हमारे जीवन के भी अभिन्न अंग बन जाते हैं। कभी हमारी वजह से ही वे मुस्करातें हैं तो कई बार चेहरे की उदासी हमारी वजह से ही होती है। ये सब चलता रहता है,हमे बस उस सम्बन्ध के बीच के द्रव को नही सूखने देना है। हमे बचाये रखना है मुट्ठी भर प्रेम।
#Nilesh