कभी कभी हालात बहुत ही अजीब सी होती है, रोने का मन हो, पर आंसू नहीं आते,
मन बहुत ही बेचैन सा हो, आप उसे ठीक करना चाह रहे हो, पर वो और बिगड़ता चला जाय, ।
फ़िर मन करे आपका आप दौड़ो बहुत तेज़ दौड़ते जाओ, जब तक कि शरीर थक कर चूर चूर न हो जाए, पूरे शरीर से पसीने छूट रहे हो, सांसे उखर रही हो, धड़कनें बहुत तेज़ हो, पर आप रुकना न चाहो,
बस दौड़ते जाओ, दौड़ते जाओ,
फ़िर एका एक सब सांत हो जाए, वकत रुक जाएं, सब कुछ धीमा हो जाए,
ऐसा लगे जैसे, अब सब कुछ सही है, अब कुछ ऑर नहीं ।
बस वो एक पल ।
#Nilesh
