ऐसा अक्सर होता है कि पहले मुलाकात होती है फिर दोस्ती फिर बहुत अच्छी दोस्ती और धीरे धीरे हम उसकी फिक्र करने लगते हैं । और फिर हमें पता ही नहीं चलता कि कब हमारी दोस्ती प्यार में बदल जाती है । और एक दिन हम जब उन्हें ये बात बताते है तो हमारी दोस्ती पर आ बनती है । और ये बात भी सत्य है कि दोस्ती के बाद प्यार तो संभव है , पर प्यार के बाद दोस्ती असंभव । तो इसलिए अगर इश्क करते हो तो बस खामोश रहना नहीं तो दोस्ती से भी हाथ धो बैठोगे ।
क्या आपके साथ हुआ है कभी ऐसा मुझे बताना जरूर।
