Ab Fark nhi parta hai ( jai Ojha ) hindi Shayri.

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था जब तुझसे बेइंतिहा प्यार करता था ,

अब तू खुद मोहब्बत बनी चली आए तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता !

अरे एक वक्त था जब तेरी परवाह करता था ,
अब तो तू मेरी खातिर फना भी हो जाये तो मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता

एक वक्त था जब तुझे हजारो Messages लिखा करता था

और कोई काम न था मेरा ,

और कोई काम न था मेरा , दिनभर बस तेरा Last Seen देखा करता था |

अब सुन ले ,

अब सुन ले , अरसा बीत गया है Visit किये हुए तेरी Profile को ,

जा , जा अब 24 घंटे Online रह जा मुझे फ़र्क नहीं पड़ता |

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था , जब तुझसे बिछड़ जाने का डर लगा रहता था ,

और तू कहीं छोड़ न दे , इस ख्याल भर से मै सहमा सहमा सा रहता था |

लेकिन अब सुन ले , अब सुन ले

इतना जलील हुआ हूँ तेरे इश्क में

इतना जलील हुआ हूँ तेरी इन रोज रोज छोड़ने छाड़ने की आदत से ,

कि तू अब 1 क्या , सौ दफा छोड़ जाये तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था , जब तुझ बिन एक पल न रह सकता था

एक वक्त था , जब तुझ बिन एक पल न रह सकता था

बैचेन गुमशुदा था , अकेलेपन से डरता था |

बैचेन गुमशुदा था , अकेलेपन से डरता था |

लेकिन अब सुन ले कि अब तो इतना वक्त बिता चूका हूँ ,

इस अकेलेपन में ,

अरे अब तो इतना वक्त बिता चूका हूँ , इस अकेलेपन में ,

कि सुन ले, कि अब ताउम्र तनहा रहना पड़ जाये तो मुझे फ़र्क नहीं पड़ता

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था जब तुझे कोई छु लेता , तो मेरा खून खौल उठता था |

और इसलिए मै कई दफा इन हवाओ से बैर पाला करता था |

अरे अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,

अंग्रेजी में एक कहावत है –

If beauty is all You have

Then Ugly is all You are .

अगर आपके पास सिर्फ और सिर्फ उपर की ख़ूबसूरती है ,

और आपके अंदर कुछ भी नहीं है , तो आप भद्दे ही हो |

तो अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,

तो जा, जा किसी के साथ हमबिस्तर भी हो जा तो ,

मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

तो अपने हुश्न के सिवा कुछ नहीं है तेरे पास अगर,

तो जा, जा किसी के साथ हमबिस्तर भी हो जा तो ,

मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |

इतना गुरुर किया तूने अपने इस मिट्टी के जिस्म पर ,

जा तेरा ये जिस्म किसी और का भी हो जाये तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता |
Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था जब तेरे लिए खुदा से मन्नते मागंता था ,

मुझे तो खुद तो कुछ चाहिए न था , सिर्फ तेरे लिए अपने उस खुदा को आजमाता था |

लेकिन अब सुन ले , अब तो मै न झुकता हूँ , न पूजता हूँ , न मानता हूँ किसी को ,

अब तो भले तो तू खुद खुदा बनी चली आये तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था जब शेर लिखा करता था तेरे लिए , और सुनाता था महफ़िलो में

अरे अब तो अरसे बाद लिखी है ये अधूरी सी कविता तुझ पे

तुझ पे लिखी है इसलिए अधूरी बोल रहा हूँ ………………

अरे अब तो अरसे बाद लिखी है ये अधूरी सी कविता तुझ पे

अब सुन ले कि अब आगे से कुछ भी न लिखा जाये तो

मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता !

एक वक्त था ……………………….

अब सुन ले कि अब आगे से कुछ भी न लिखा जाये तो

मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता !

बताना तुझे मिल जाए मुझ जैसा कहीं और अगर ,

जा जा तू औरों को आजमा ले तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

एक वक्त था जब तुझे हजारों की भीड़ में पहचान लिया करता था ,

हिजाब में होती अगर , तो आँखों से पहचान लिया करता था ,

अब तो निगाहों से ओझल किया है मैंने तुझे कुछ इस कदर ,

मोबाइल में अगर तू मेरी आवाज भी सुन रही होगी , तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

खैर फिर भी करता हूँ शुक्रिया तेरा कि ,

तेरे खोने से मैंने बहुत कुछ पा लिया है !

नज्मे , गजले , शायरियां सब मिल गयी है मुझे ,

और इन्होने तो जैसे मुझे गले से लगा लिया है !

अब तो मुझे सुनने वाले भी है ,चाहने वाले भी है , दाद देने वाले भी हैं ,

अब तो विडियो का Notification न जाये फिर भी चैनल Search करके देखने वाले भी हैं………

अब तो मुझे सुनने वाले भी है ,चाहने वाले भी है , दाद देने वाले भी हैं ,

लेकिन सुन ले अब तो इतना बैखोफ हो गया हूँ , कि ये सब भी छोड़ जाये तो

मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

अब तो इतना बैखोफ हो गया हूँ , कि ये सब भी छोड़ जाये तो

मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!

अरे खुद ही मै मस्त हो गया है तेरा ये “जय” इतना

कि अब सुनने आये या न आये फ़र्क नहीं पड़ता !!

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

खैर चाहता तो नहीं था , तुझे ये बेनकाब करू यूँ सबके सामने !

लेकिन सुन ले कि एक बेवफा मेरी कलम से बेइज्जत भी हो जाये तो

मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

याद कर वो वक्त ,

याद कर वो वक्त , जब एक लफ्ज नहीं सुन पाता था मै तेरे खिलाफ

अब देख , देख यहाँ तेरी तौहीन पर , तौहीन पर तालियाँ बज रही हैं

तो मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता !!

Ek Vaqt Tha Jab Tujhse Beintiha Pyar Karta Tha

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