( Suno_Jaan )
सुनो जान बहुत दिन हो गए तुझे देखे हये .
आज मेरे एक दोस्त ने आपको देखा था . उसने जो तारीफ की आपके बारे मे .. दिल खुश हो गया .
बोल रहा था भाभी गुलाबी सूट मे बहुत Beautiful लग रही थी. और बहुत कुछ बोला आपकी तारीफ मे . But छोड़ो . आप हो ही इतनी अच्छी कोई भी देखे तो तारीफ किये बिना रह न्ही सकता !.
तो एक छोटी ही Line मेरी तरफ से है. आपके लिये :-
सुर्ख गुलाब सी तुम हो,
जिन्दगी के बहाव सी तुम हो,
हर कोई पढ़ने को बेकरार,
पढ़ने वाली किताब सी तुम हो।
तुम्हीं हो फगवां की सर्द हवा,
मौसम की पहली बरसात सी तुम हो,
समन्दर से भी गहरी,
आशिकों के ख्वाब सी तुम हो।
रहनुमा हो जमाने की,
जीने के अन्दाज सी तुम हो,
नजर हैं कातिलाना,
बोतलों में बन्द शराब सी तुम हो।
गुनगुनी धुप हो शीत की,
तपती घूप मैं छाँव सी तुम हो,
आरती का दीप हो,
भक्ति के आर्शीवाद सी तुम हों।
ता उम्र लिखता रहे निलेश
हर सवाल के जवाब सी तुम हो।