वफ़ा की बात ही छोड़ो
सुनो किस्से दगाओं के
दिखाता हूँ तुम्हें कुछ रंग
मैं इन बेवफाओं के
वो पहले पास आते हैं
शहद सी बात कुछ लेकर
तुम्हारे दिल को बहलाते हैं
कुछ तोहफे तुम्हें देकर
मगर एक रोज जो उनको
मिले बेहतर कोई तुमसे
इश्क़ की बात ही छोड़ो
मिलेंगे तक नहीं तुमसे
हुनर की बात है वैसे तो
रिश्ते से मुकर जाना
मगर धोके को खा कर के
सुनो तुम भी सुधर जाना
सुनो तुम भी सुधर जाना।
#Nilesh